कब्ज की समस्या से हर तीसरा व्यक्ति परेशान है और हर कोई कब्ज का परमानेंट इलाज जानना चाहता है कब्ज अगर लगातार रहे तो आगे चलकर Piles, Fissure, Fistula जैसी तकलीफदेह बीमारिया कर सकता है और जिससे दैनिक जीवन में भी समस्या होती है |
![कब्ज का परमानेंट इलाज [कब्ज से सम्बंधित पूरी जानकारी]](https://www.everythingwale.com/wp-content/uploads/2024/11/Untitled-design-55.jpg)
कब्ज का परमानेंट इलाज
इस टॉपिक में हम जानेगे कब्ज का परमानेंट इलाज [कब्ज से सम्बंधित पूरी जानकारी]
आजकल की कब्ज , कब्ज नहीं है यह कब्जा हो चुकी है और कब्ज जितना पुराना हो उससे छुटकारा पाना उतना ही कठिन होता है कब्ज की समस्या पर समय रहते ध्यान दीजिये नहीं तो इससे बवासीर हो सकता है तो जानते है की कब्ज के इलाज क्या- क्या हो सकते है जिसमे आपको ज्यादा दवाई का सहारा न लेना पड़े |
- अगर आप खाना खा रहे है तो उससे आधा घंटे पहले सलाद लीजिये सलाद में प्याज खीरा ककड़ी, गाजर, टमाटर, मूली आदि खा सकते सलाद में पोषण होता है और भर पुर पानी होता है जो पाचनतंत्र में नमि प्रदान करता है और सलाद आसानी से पच जाता है जिससे पाचनतंत्र पर लोड नहीं आता |
- पानी भी खाना खाने के एक घंटे या आधा घंटे पहले खूब पीजिये उससे क्या होगा की एक तो आपका पेट भर जायेगा दूसरा आपको पानी की कमी नहीं होगी और तीसरा इससे आंतो की सफाई हो जायेगा और नमी आएगी और पानी पिने के आधा एक घंटे बाद आप खाना खायेगे तो वह अच्छे से पचेगा और कब्ज नहीं होगी और ध्यान दे की खाना खाने तुरंत बाद भी आधा एक घंटे तक आप पानी मत पीजिये अगर आपको आदत है तो थोड़ा बहुत ले सकते है लेकिन कोशिश कीजियेगा की खाना खाने के बाद पानी बस इतना ले की मुँह के अंदर का बचा कुचा खाना पेट में चले जाये |
- अगर किसी मरीज को लम्बे समय से कब्ज है बहुत सारी दवाई खली है मरीज ने बहुत सारे टेस्ट करा लिए है मरीज ने कोई और परेशनी नहीं है लेकिन कब्ज की समस्या उस मरीज को हो तो खाना खाने के तुरंत बाद कभी भी नहीं सोना चाहिए यदि खाने के बाद सोने की आदत है तो यह आपके लिए हजारो बीमारियों का कारण बन सकती है इसलिए खाना खाने के बाद सबको नींद आती है लेकिन हमे इस नींद को टालना है कही न कही व्यस्त हो जाईये और उसके बाद अगर आपको आराम करना है तो खाना खाने के दो तीन घंटे बाद आप आराम कर सकते है |
- अगर आपको कब्ज है और आप बिना दवाई ठीक करना चाहते है तो ताजे फल जरूर खाये हरी सब्जिया खाये और पानी सही समय पर पिए और सलाद भी सही समय पर खाये जिससे आपकी कब्जियत की समस्या दूर हो सके |
- शाम को जल्दी सोये सुबह जल्दी उठे योग प्राणायाम करे शारीरिक मेहनत करे जीवनशैली में सुधार लाये इससे आपको कब्ज से राहत मिलेगी |
कब्ज का परमानेंट इलाज तभी संभव है जब इन सभी बातो का आप नियमित रूप से पालन करेंगे तो आपको कब्ज नहीं होगी और अगर है और इससे होने वाली बीमारिया है तो भविष्या में इन बीमारियों से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जायेगा |
कब्ज कितने प्रकार का होता है?
मुख्या रूप से कब्ज चार प्रकार का होता है
प्राथमिक कब्ज
प्राथमिक कब्ज एक सामान्य पाचन सामान्य है जिसमे मल त्यागने में कठिनाई एवं समय अनियमित हो जाता है जिसकी वजह पानी की कमी, ख़राब खान पान, बाहर का खाना ज्यादा दवाईयों का सेवन आदि हो सकता है |
सामान्य पारगमन कब्ज
इसमें मरीज को कब्ज जैसा महसूस होता है लेकिन मल का गाढ़ापन सामान्य रहता है यह पाचनतंत्र से हो कर सामान्य गति से बहार निकलता है लेकिन मरीज को मल त्यागने में कठिनाई होती है इसमें पेट फूलना, पेट में दर्द, बेचैनी या कठोर मल जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है और साथ ही मरीज के स्वाभाव में चिड़चिड़ापन और आंतो से संभंधित विकार के लक्षण दिखाई दे सकते है |
धीमी गति से पारगमन कब्ज
धीमी गति से होने वाली कब्ज बहुत दुर्लभ होता है जो खासतौर पर माध्यम वर्ग की महिलाओ में देखने को मिलता है इस प्रकार के कब्ज से पीड़ित को खाने के बाद आंतो की सामान्य उत्तेजना का अनुभव नहीं कर पाते जिसे क्रमाकुंचन ( पेरिस्टलसिस ) कहते है क्रमाकुंचन के कारण भोजन पाचनतंत्र में सामान्य से ज्यादा धीमी गति से आगे बढ़ता है और मल बहार निकलने में अधिक समय लगता है और मल आंतो बैठ जाता है जिसकी वजह से कही बार पेट ठीक से साफ नहीं होता |
आउटलेट कब्ज
यह कब्ज तब होता है जब पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों या तंत्रिकाओं को क्षति पहुँचती है और मल त्यागने में कठिनाई होती है आउटलेट कब्ज के लक्षणों में दर्द के कारण मल त्यागने में देरी होती है मल त्याग के दौरान तनाव होता है डिससिनर्जिक डिफेकशन आउटलेट डिसक्शन का एक रूप है जिसमे मल त्याग करने का प्रयास करते समय एनोरेक्टल मांसपेशियों में अपर्याप्त विश्राम होता है कब्ज का परमानेंट इलाज करने के लिए इसके प्रकार को समझना जरुरी है |
कैसे पता चलेगा की मुझे कब्ज है?
24 घंटे में अगर ठीक से पेट साफ नहीं होता है या दौ-दौ दिन तक पेट साफ नहीं होता है मल त्यागने कठिनाई आती है और अक्सर ऐसा होता है तो आपको कब्ज की समस्या है|
कब्ज होने का मुख्य कारण क्या है?
कब्ज होने के कारण हो सकते है –
- कब्ज पाचनतंत्र की एक समस्या है जिसे लोग शुरुवात में अनदेखा कर देते है और बाद में यह गंभीर रूप ले लेती है कब्ज में क्या होता है आंतो में सूखापन सा होता है और मल त्यागने में कठिनाई होती है यह क्यों होता है आईये जानते है कब्ज होने के कारण
- मुख्य कारण बैठे रहना और लगतार शारीरिक गतिविधियों की कमी जो आपके पाचनतंत्र के संतुलन को धीमा कर देता हैं यानिकि आपकी आंतो की गतिविधि धीमी हो जाती है मेडिकल भाषा में इसे Peristalsis कहा जाता है तो यह गतिविधि धीमी हो जाती है जिससे मल त्यागने में मुश्किल होने लगती है जब आप शारीरिक गतिविधि कम करते है तो आपकी आंतो की संकुलन क्रिया भी कम हो जाती है जिससे लेटरिंग आने में दिक्कत होती है और कब्ज की समस्या शुरू होती है |
- खान पान में पोषण की कमी जैसे फल, सब्जिया, पुरे अनाज, इनका पर्याप्त मात्रा में सेवन नहीं करेंगे तो आपको कब्ज की समस्या हो सकती है |
- पानी की कमी काम के चलते कही बार लोग पानी पीना भूल जाते है और जिससे पानी की कमी होती है जिससे शरीर में सूखापन आएगा आंतो में भी सूखापन आएगा जिससे मल त्यागने में कठिनाई आती है |
- अनियमित आदत अगर संकेत आपको मिलता है की आपको मल त्यागना है लेकिन काम के चलते आप ध्यान नहीं देते देखिये जब भी आपको प्राकृतिक संकेत आये आपको मल त्यागने की इक्छा हो तो आपको तुरंत जाना चाहिए मल को रोकना नहीं चाहिए मल को रोकने की वजह से भी आपको कब्ज की समस्या बन सकती है |
- अस्वस्थ भोजन खाने की आदत अगर कम पोषण वाला भोजन आप लेते है जैसे बहार का खाना , तला गला , पेकिट का खाना , जंक फ़ूड , शुगर , मसालेदार आहार अगर आप यह सब लेते है तो यह कब्ज बनाता इनकी तासीर कठोर होने के कारण पाचनतंत्र को पचाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है और कब्ज की समस्या भी झेलनी पड़ती है |
- कुछ ऐसी दवाईया है जिनके लगातार सेवन से आपको कब्ज की समस्या हो सकती है जैसे Calcium, Antacid, Anticonvulsant अगर आप ले रहे है तो आपको कब्ज का सामना करना पड़ सकता है |
- अगर आपको थाइरोइड की समस्या है तो आपको इससे भी कब्ज हो सकता है |
- मानसिक तनाव और चिंता के कारण पाचन प्रणाली असंतुलित होती है जिससे कब्ज होती है |
- बढ़ती हुयी उम्र के कारण भी आंतो की गतिविधिया में अंतर आता है जिससे भी कब्ज हो सकता है |
- गर्भावस्था में हार्मोनल असंतुलन के कारण भी कब्ज होती है |
कब्ज के कारण होने वाले रोग या पेट साफ न होने से कौन सी बीमारी होती है |
पेट साफ नहीं होने की वजह से कही तरह की दिक्क्त का सामना करना पड़ता है जिस दिन पेट साफ नहीं होता है उस दिन शरीर भरी लगता है, सिर भरी लगता है , भूक नहीं लगती , कमजोरी महसूस होना , सिर दर्द होना , उल्टी जैसा महसूस होना , काम में मन न लगना और इसके अलावा कई गंभीर बीमारिया भी हो सकती है जैसे बवासीर , इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), अल्सर , पेट का कैंसर , Fissure ,Fistula, जैसी समस्या हो सकती है |
कब्ज के नुकसान
जिस दिन ठीक से पेट साफ न हो या पेट साफ हो ही ना उस दिन बहुत कुछ महसूस या नुकसान झेलना पड़ता है जैसे –
- पेट में जलन या छाती में जलन होना
- भूक न लगना
- शरीर एवं पेट में भारीपन लगना
- उल्टी जैसा जी होना या उल्टी होना
- कमजोरी महसूस होना
- आंतो में सूजन आना
- वजन बढ़ना एवं आलस आना
- आँखो के आस-पास डार्क सर्कल होना एवं त्वचा पर मुहासे आना
- बवासीर , भंगदर या फिसर होने की सम्भावना बढ़ना
- और काम में मन न लगना
कब्ज किसकी कमी से होता है
फाइबर की कमी होने की वजह से कब्ज की दिक्क्त होती है ज्यादातर बिना फाइबर का भोजन लेने से पोषण की कमी होती है जिससे पाचन शक्ति कमजोर पड़ने लगती है और आये दिन मल त्यागने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है और कब्ज कब्जा करने लगती है |
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए अपनाए यह घरेलु उपाय
गैस,कब्ज आदि के लिए बहुत सारे घरेलु उपचार अपनाये जाते है जो फायदेमंद साबित होते है –
- 500 ग्राम मेथीदाना पाउडर बना ले और 100 ग्राम नमक जैतून का पावडर बना कर दोनों का मिश्रण एक चम्मच खाने के पहले या बाद में ले सुबह – शाम इससे लम्बे समय की समस्या खत्म हो जाएगी |
- सुबह उठ कर गर्म पानी में नीबू डाल कर पीना यह बहुत ही आसान तरीका है रातभर की पेट में जमी गंदगी को बहार निकलने का |
- रात को एक चमच्च मेथीदाना पानी में गला कर सुबह उस पानी को पीना उस मेथीदाना को चबा के खाने से पाचन शक्ति मजबूत रहती है और मोटापा दूर रहता है |
- अजवाइन और जीरा दोनों को भून कर और काला नमक तीनो को सामान मात्रा में मिला कर खाना खाने बाद आधे चम्मच गुनगुने पानी के साथ रोजाना लेने से भी कब्जियत दूर रहती है |
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