पाइल्स में परहेज क्यों जरुरी होता है? | Piles In Hindi

इस लेख हम जानेगे पाइल्स में परहेज क्या हो सकते है पाईल्स को हिंदी में बवासीर कहते है गुदा और मलाशय के आस – पास अंदर सूजी और बढ़ती हुई नसों को कहते है पाईल्स की बीमारी तब होती है जब  गूदे में मौजूद छोटी नसे सामान्य से ज्यादा रक्त से भर जाती है और यह ज्यादा होने पर मलाशय में दर्द एवं खून चालू हो जाता है जो बोहोत ही दर्दभरा होता है |

पाइल्स में परहेज 

पाइल्स में परहेज क्यों जरुरी होता है?[Piles Mein Parhez Kyo Jaruri Hota hai?] 

पाइल्स या बवासीर में परहेज़ इसलिए जरुरी है क्योकि पाइल्स की समस्या में अगर परहेज ना किया जाये तो यह समस्या बड़ी होती जाती है और गंभीर रूप ले लेती है कही बार ऑपरेशन करवाने के बाद भी फिर से मरीज को बवासीर की समस्या होने लगती है इसकी खास वजह परहेज ना करना और खान – पान पर ध्यान न देना है |

पाइल्स में सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए? [Piles Me Sabase Jyada Kya Khana Chahiye?]

पाइल्स में खान-पान का विषय बहुत जरुरी होता है क्योकि खान-पान की वजह से ही गैस एवं कब्ज होती है और कब्ज लम्बे समय तक रहने से ही पाइल्स या बवासीर की समस्या होती है इसलिए खान पान पर ध्यान देना बहुत जरुरी है पाइल्स की समस्या से राहत पाने के लिए भरपूर मात्रा में फइबर का सेवन करना जैसे – 

  • दूध के साथ इसबगोल 
  • मक्के की रोटी 
  • ज्वार की रोटी 
  • बाजरे की रोटी 
  • चोकर वाली गेहूं की रोटी 
  • हरी पत्तेदार सब्जिया 
  • छिलके वाली मुंग जिनको आप अंकुरित करके भी खा सकते हो 
  • साथ ही भरपूर मात्रा में पानी पीना है 
  • अगर आप ज्यादा पानी नहीं पी पाते तो आप छाछ , निम्बू , नमकीन लस्सी , ज्यूस आदि भी ले सकते है 
  • सीजन फल व सब्जियों का सेवन करे जैसे मौसमी , संतरा , सेब , अमरुद, आलू बुखारा ऐसे फलो का ज्यादा मात्रा में सेवन करे  

बवासीर में क्या नहीं खाना चाहिए एवं पाइल्स में परहेज [Bavasir Mein Kya Nahin Khana Chahiye Or Piles Me Parhez]

पाइल्स में परहेज क्या क्या हो सकते है आईये जानते है –

अधिक मिर्च मसाला

अधिक मिर्च मसाले वाली चीजे पाइल्स की समस्या को बड़ा सकती है मिर्च जलन पैदा करती है और आप ज्यादा मिर्च खाते है तो पाचनशक्ति तो असंतुलित होती ही है साथ में लेटरिंग में जलन होना दर्द होना इस तरह की समस्या हो सकती है तो ज्यादा मिर्च मसाले वाले खाने पर आपको कंट्रोल करना होगा |

बाहर का खाना

बाहर का खाना आपको बिलकुल नहीं खाना है बवासीर के काफी मरीजों में ऐसी समस्या होती है की वो जब भी बाहर जाते है वह नास्ता कर लेते है तो यह आपको बिलकुल नहीं करना है आपको समोसे , कचोरी , आलूबड़ा , बडपाओ , छोले टिकी तली हुई चीजे बिलकुल भी नहीं खानि है कम करनी है |

तेल वाला भोजन 

हाई फेट या तेल वाले पदार्थ मुख्य रूप से तेल वाला भोजन और उसमे भी खास करके बाहर के जो तेल वाले पदार्थ होते है वो एक ही कड़ाई में बार – बार उसी तेल में उसको तलते है इसकी वजह से भी तेल क्या करता है आपके कब्ज को बढ़ाता है पाचन को धीमी कर देता है तो इसलिए बाहर के तेल खाने से दुरी बनाके रखनी है|

बेकरी के खाद्य पदार्थ 

आपने देखा होगा कुछ लोगो बेकरी की चीजों को खाने की आदत लग जाती है और बार – बार उसे खाने लग जाते है और हम भूल जाते है की यह हमारे पाचनतंत्र के लिए अच्छा नहीं है तो बेकरी पदार्थ जैसे बड़े बिस्किट , केक , पेस्ट्री यह सभी चीजों को आपको बंद करना है |

इसके आलावा पत्ता गोबी फूल गोबी आलू शिमला मिर्च इनका भी सेवन कम कीजिए |

कैफीन युक्त पदार्थ

कैफीन युक्त पदार्थ जैसे – चाय, कोफ़ी, चॉक्लेट इन सभी का सेवन आपको नहीं करना है और अगर आप चाय पीते है तो आधा कप ही कीजिए |

ज्यादा प्रोटीन वाली चीजे

हाई प्रोटीन वाली चीजे जैसे मसूर दाल , मुंग की दाल इस तरह की दल जिससे आपको तकलीफ होती है |

गलत आदते

अगर आपको स्मोकिंग करने की आदते है या फिर आप शराब पीते है तो इससे भी आपका पाचनशक्ति असंतुलित होती है | 

जंक फ़ूड 

युवाओ में  ज्यादातर जंक फ़ूड खाने की इतनी आदत होती है की 15, 16 ,18 ,20, 22 साल की ही उम्र में पाइल्स की दिक्क्त होने लग जाती है तो आपको पिज्जा , बर्गर , मैगी , नूडल्स आदि खाते है तो बिलकुल दुरी बना लीजिये |

मांसाहार 

 अगर आपको बवासीर हो चूका है तो आपको मांस नहीं खाना है और आपको रात्रि को देर से खाने की आदत है तो बिलकुल मत खाइए एक बारी आप सुबह खा सकते है आईये जानते पाइल्स में परहेज का इलाज 

पाइल्स के शुरुवाती लक्षण [Piles Ke Shuruwati Lakshan]

  • शोचालय जाने के बाद भी पेट ठीक से साफ न होना |
  • यदि आपको शोचालय जाने के बाद यह अनुभव हो रहा है की आपको गूदे के आस – पास छोटे – छोटे मस्से या गाठ हो गये है तो आपको बवासीर होने वाला है |
  • गूदे के आस – पास खुजली या लालिमा होना भी पाइल्स का प्रमुख लक्षण होता है |
  • अधिक मल त्यागने की इक्छा होना और मल के साथ सफ़ेद गाड़ा चिपचिपा बलगम आता है तो इसका मतलब है की आपको बवासीर हो चूका है या होने वाला है |
  • शौच के दौरान गुदा में लगातार जलन होती है तो पाइल्स होने वाला है या हो चूका है|  

पाइल्स क्यों होता है [Piles Kyu Hota Hai]

  1. ज्यादा कब्ज और कब्ज का लम्बे समय तक बने रहना बवासीर का कारण हो सकता है |
  2. लम्बे समय तक दस्त का होना भी पाइल्स प्रमुख कारण है |
  3. गर्भावस्था में भी महिलाओ को बवासीर हो सकता है |
  4. तला – गला बाहर का खाना पैकेट का खाना जंक फ़ूड बहुत ज्यादा मसालेदार खाना यह सब पाइल्स की समस्या का कारण बनते है |
  5. अधिक वजन उठाने से भी हो सकता है पाइल्स |
  6. नशीले पदार्थ सिगरेट शराब चाय या अन्य नशीले पदार्थ भी बवासीर का कारण बन सकता है |
  7. ज्यादा लम्बे समय तक बैठ कर काम करना |
  8. अधिक उम्र के साथ में पाचनशक्ति कमजोर पड़ने लगती है और कब्ज होने लगता है जिसकी वजह से भी पाइल्स होता है |

बवासीर या पाइल्स कैसे होता हैं? [bavasir ya piles kese hota hai?]

ध्यान दे इन बातो पर –

ऑपरेशन के बाद भी बहुत सारे लोगो को फिर से लकलीफ़ हो जाती है क्योकि कुछ गलतिया वो बार – बार करते रहते है खान – पान में जो बद्लाव करने चाहिए वो नहीं कर पाते और कुछ चीजे होती है जिनको नहीं खाना चाहिए उन्ही चीजों को वो बार – बार खाते रहते हैं

 बवासीर के इलाज में आधा इलाज आपके ही हाथ में ही होता है और वो है खान-पान और इसलिए आज हम जानेंगे ऐसी वो कौन से चीजे है जो बवासीर अगर आपको है या फिर आप चाहते है की ये तकलीफ आपको न हो तो आपको नहीं खानि चाहिए 

पाचनशक्ति इस तरह की प्रक्रिया होती है जो भी आप अन्न खाते है जो भोजन ग्रहण करते है उसको तोड़ने का काम करता है और तोड़ने के बाद में उसमे जो पोषकतत्व है जो आपके शरीर के लिए जरूरी है उन सभी तत्त्वों को हमारा शरीर निकाल लेता है और ग्रहण कर लेता है और बचे हुए को बाहर निकाल देता है 

यह होती हाजमा की प्रक्रिया अब सामान्य रूप से 24 से 72 घंटे का समय लगता है अब समस्या क्या होती है हम कुछ ऐसी चीज खा लेते है जिससे हमारी पाचनशक्ति असंतुलित हो जाती है और पाचनशक्ति धीमी होने लगती है और पाचन का जो समय है वो होना चाहिए 24 घंटे या ज्यादा से ज्यादा 72 घंटे वो बढ़ने लगता है और इसलिए कुछ – कुछ लोगो को दो – दो दिन तक लेटरिंग नहीं आती या फिर कुछ लोगो कठोर मल की समस्या होती है जिसे हम कब्ज कहते है |

मल कठोर होने का मतलब पाचन की प्रक्रिया धीमी हो गयी और अगर आपके पाचन की प्रक्रिया धीमी हो जाए तो मल आपका सक्त होने लगेगा क्योकि शरीर उसमे से पूरा पानी खींच लेगा और मल कठोर हो जायेगा और अगर आपकी लेटरिंग कठोर होगी तो आपकी लेटरिंग की जगह पर प्रेशर आएगा और प्रेशर आने की वजह से इसमें से जो नसे है वो फूलने लगेगी और और नसे फूलेगी तो तीन बाते हो सकती है अगर लेटरिंग प्रेशर दे कर आरी है

और यह पर जो नसे है उसके ऊपर प्रेशर बन जाता है तो ये जो नस है यह बहार की तरफ फूलेगी जिसे हम कहते है पाइल्स यह अंदर की तरफ भी फूल सकती है और बाहर की तरफ भी फूल सकती है कुछ लोगो में क्या होता है यह प्रेसर बहुत ज्यादा होने लगता hai और लेटरिंग की जगह सिमित होती है तो इसमें प्रेसर आने की वजह से फट जायेगा जिसे हम कहते है Fissure और कुछ Fistula की भी समस्या हो सकती है इसलिए हमे जानना जरूरी है की वो कौन – सी ऐसी चीजे है जो हमे नहीं खाना चाहिए अगर पाइल्स में परहेज नहीं किये जाये तो यह समस्या फिर से हो सकती हैं 

पाइल्स का इलाज [Piles Ka Ilaj]

पाइल्स का एक की इलाज होता है जो की आपके खुद के हाथो में है यानि आपकी जीवनशैली में बदलाव खान पान में बदलाव करने से ही 50% समस्या ख़त्म हो जाती है और डॉक्टर के इलाज से इसको पूरी तरह खत्म किया जा सकता है |

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल [Aksar Puchhe Jane Wale Sawal]

बवासीर में खली पेट क्या पीना चाहिए?

बवासीर में खली पेट एक गिलास ठन्डे पानी में नींबू का रस डाल कर पिने से राहत मिलती हैं और साथ ही दूध और निम्बू रस पिने से भी राहत मिलती हैं |

पाइल्स में मीठा खाना चाहिए या नहीं ?

पाइल्स में अधिक मीठा नहीं खाना चाहिए क्योकि इससे वजन बढ़ सकता हैं कब्ज होता हैं सूजन बढ़ सकता हैं और बवासीर भी बढ़ सकता हैं इसलिए मीठे से परहेज़ करे |

क्या हम बवासीर में रोटी खा सकते हैं ?

बवासीर में चोकरयुक्त गेहूं की रोटी एवं फाइबर से भरपूर जैसे मक्के की रोटी, ज्वार की रोटी , बाजरे की रोटी खा सकते हैं |

बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं ?

बवासीर में दूध नहीं पीना चाहिए इससे कब्ज की समस्या हो सकती हैं हलाकि डॉक्टर से सलाह ले कर आप ले सकते हैं |

बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं ?

बवासीर में चावल खाये जा सकते हैं सफ़ेद चावल की तुलना में ब्राउन चावल ज्यादा अच्छे माने जाते हैं यह फाइबर से युक्त होते हैं जो पाचनशक्ति को मजबूत करते हैं फिर भी चावल का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए |

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