इस आर्टिकल में हम ये जानेंगे सर्वाइकल कैंसर के लक्षण और जानेंगे किन लोगो में यह होता है क्यों होता है और कैसे बचा जा सकता है सर्वाइकल कैंसर यानि हम ( बच्चे दानी के मुख ) के कैंसर के बारे में बात कर रहे है बच्चे दानी को योनि से जोड़ने के रस्ते में ज्यादातर यह ह्यूमन पेपिलोमवायरस के संक्रमण के कारण होता है आईये जानते है सर्वाइकल कैंसर के लक्षण |
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण(Cervical Cancer Ke Lakshan)
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण निम्नलिखित हो सकते है
- सम्भोग के बाद खून आना
- महामारी के बाद भी खून का आना
- योनि से असामान्य / बदबूदार स्त्राव
- पीठ के निचले हिस्से में दर्द
- पेट के निचले हिस्से में दर्द यानि ( पेडू )
- थकान या उल्टि आना
- वजन घटना
कुछ मामलो में ऐसा होता है किमकोई लक्षण न दिखे |
सर्वाइकल कैंसर क्यों होता है?(Cervical Cancer Kyon Hota Hai)
सर्वाइकल कैंसर क्यों होता है इसके कही कारण है आईये जानते है
सर्वाइकल कैंसर हमारे देश में बहुत ही कॉमन है लगभग एक लाख महिलाये हर साल इससे प्रभावित होती है जिसमे से 70000 की मौत हर साल हो जाती है हर आठ मिनट में एक महिला इसके चपेट में आती है तब हम समझ सकते है की ये कितना ध्यान देने वाला कैंसर है
सर्वाइकल कैंसर यानि ग्रीवा या गर्भाशय के मुँह का कैंसर होता है यह गर्भाशय के मुँह की कोशिकाएं अनियमित रूप से बढ़ने लगती है तो यह कैंसर का रूप ले लेती है यह कैंसर दूसरे नंबर का अधिक कॉमन कैंसर है भारत में इसमें सबसे अच्छी बात यह है की इस कैंसर से बचने के लिए हमारे पास वैक्सीन है जिससे कैंसर का बचाव संभव है
- यह कैंसर ह्यूमन पेपिलोमवायरस के कारण होता है इस वायरस को कैंसर में बदलने में 10 से 15 साल का समय लगता है |
- यह संक्रमण ज्यादातर उन महिलाओ में होता है जिन्होंने योनि संबंध कम उम्र में बनाना शुरू कर दिया हो |
- उनमे भी यह संक्रमण देखने को मिलता है जिन्होंने अधिक के साथ योनि संबंध बनाये हो |
- किसी वजह से इम्युनिटी का कमजोर होना जैसे की HIV संक्रमण के कारण |
- जिनके अधिक बच्चे हो जिसकी वजह से गर्भाशय ज्यादा प्रभावित हुआ हो तो उन लोगो में यह कैंसर देखने को मिलता है |
- यह कैंसर 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओ में मुख्य रूप से होता है |
सर्वाइकल कैंसर किसको होता है?(Servical Cancer Kisako Hota Hai?)
सर्वाइकल कैंसर किसी भी उम्र की महिला में हो सकता है लेकिन ज्यादातर यह 30 साल की उम्र के बाद महिलाओ में होता है |

सर्वाइकल कैंसर के लिए वैक्सीन (Cervical Cancer Ke Liye Vaccine)
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए मानव पेपिलोमवायरस (HPV) वैक्सीन या टिका लगाया जाता है जिससे भविष्य में लड़कियों या महिलाओ को सर्वाइकल कैंसर का सामना न करना पड़े |
सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन उम्र (Servical Cancer Vaccine Age Limit)
सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए (HPV) वैक्सीन लगवाने की सलाह 9 से 14 साल की उम्र के बिच दी जाती है यह वैक्सीन शाररिक सम्भन्ध बनाने से पहले या सेक्सुअली एक्टिव होने से पहले लगवाने की सलाह दी जाती है हलाकि यह वैक्सीन 9 वर्ष की आयु से लेकर 45 वर्ष की उम्र तक भी लगायी जा सकती है |
सर्वाइकल कैंसर टिका Price In Hindi
सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन की कीमत ब्रैंड और जगह के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है भारत में इस वैक्सीन के एक डोज की कीमत 2000 से 4000 तक होती है और पूरा वक्सीनेशन लेने पर इसके 2 से 3 डोज की जरूरत रहती है जिनकी कुल कीमत 6000 से 12000 के बिच हो सकती है |
(HPV) वैक्सीन के कितने तरह की होती है या इसके प्रकार ( HPV Vaccine Kitane Prakar Ki Hoti Hai?)
(HPV) वैक्सीन के कई प्रकार होते है जो वायरस के प्रकार के हिसाब से होते है और दूसरा यह वैक्सीन के प्रकार उम्र के हिसाब से भी अलग अलग होते है इसके मुख्य प्रकार द्विसंयोजक टिका, चतुर्भुज टिका, असंयोजक टिका, ह्यूमन पैपिलोमा वायरस 9-वेलेंट वैक्सीन, बाइवेलन्ट वैक्सीन आदि |
सर्वाइकल कैंसर में ध्यान दे ( Servical Cancer Me Dhyan De)
ध्यान देने संभंधित बाते –
ध्यान दे अगर ज्यादातर महिलाओ में रक्त स्राव होता है तो महिलाये इसे सामान्य समझ लेती है और डॉक्टर के पास नहीं जाती है उनको लगता है महीने के बिच में अगर गन्दा पानी जा रहा है या रक्त स्राव हो रहा है तो सामान्य है ले\किन ऐसा नहीं है |
अगर रक्त स्राव संबंध बनाने के बाद में या महामारी के बिच में हो रहा है तो यह सामान्य नहीं है अगर ऐसा कुछ होता है तो डॉक्टर को जरूर दिखाए और अपना चेकअप कराए क्योकि यह कैंसर के लक्षण हो सकते है अगर आप समय पर डॉक्टर के पास जायेंगे तो इस कैंसर को पहली स्टेज पर रोका जा सकता है|
और कैंसर ही नहीं हो सकता है कैंसर बनने से पहले जिसको हम प्री कैंसर \ डिस्प्लोसिआ कहते है उस स्थति में भी पकड़ पाए तो आपका इलाज बहुत ही साधारण हो सकता है और बच्चे दानी को निकालने कीमोथेरेपी या रेडिएशन से बचा जा सकता है |
सर्वाइकल कैंसर से बचाने के तरीके या इलाज (Servical cancer se bachane ke tarike)
सर्वाइकल कैंसर से बचाने के तरीके या इलाज –
- बायोप्सी टेस्ट – जिससे कैंसर होने या न होने का पता चल जाता है |
- MIR , अल्ट्रासाउंड इससे यह पता चल जाता है की बीमारी कितनी फैली है और किस स्टेज में है |
- बीमारी का इलाज स्टेज के हिसाब से होता है अगर बीमारी बच्चे दानी तक सिमित है और पहले स्टेज में है तो ज्यादातर सर्जरी से बच्चे दानी निकाल कर इसको पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है यह ऑपरेशन थोड़ा बड़ा जरूर होता है लेकिन 15 से 20 दिन में मरीज बिलकुल ठीक हो जाता है और आगे किसी चीज़ की जरुरत भी नहीं पड़ती है |
- लेकिन अगर किसी कारणवश डॉक्टर के पास देरी से पहुंचते है और बीमारी थोड़ी बढ़ गयी है बच्चे दानी से बहार निकल गयी है दूसरी या तीसरी स्टेज हो गयी है तो उस स्टेज पर रेडिएशन और हल्की कीमोथेरेपी से इसको ठीक किया जा सकता है इसमें परिणाम बहुत अच्छे है 60 से 70 प्रतिशत केसेस में पेशेंट अपनी पूरी उम्र जीते है |
- इस कैंसर से हम बहुत आसानी से बच सकते है इसके लिए बहुत ही साधारण टेस्ट होता है जैसे – 1 पेप स्मिय परीक्षण 2 ह्यूमन पेपिलोमवायरस का टेस्ट दोनों के लिए जाँच सामान होती है इस जाँच में सिर्फ 2 मिनट का समय लगता है इसमें बच्चे दानी से पानी लेकर डॉक्टर उसका परीक्षण कर बता देते की आपको कैंसर है या नहीं है |
- पेप स्मिय परीक्षण- रिपोर्ट ठीक आने पर आपको अगले तीन से पांच साल तक कोई जाँच करने की जरुरत नहीं है |
- आपकी उम्र कम है या घर में बच्चे है तो उस केस में वैक्सीन का भी प्रावधान है तो आप इस कैंसर से बचने के लिए वैक्सीन ले सकते है जिसे हम HPV वैक्सीन कहते है जिसके दो या तीन डोज लगते है अगर आपकी उम्र 15 से कम है तो दो डोज से काम हो जायेगा – 15 साल से ज्यादा होने पर तीन डोज लेनी होती है |
- जो महिलाये योनि सम्बन्ध बना चुकी है वह भी यह वैक्सीन ले सकती है लेकिन वैक्सीन का असर थोड़ा सा कम होता है 45 वर्ष की उम्र तक वैक्सीन ली जा सकती है
समय रहते ध्यान देने पर हम इस गंभीर बीमारी से बच सकते है ऑस्ट्रेलिया में ये बीमारी पेप स्मीयर परीक्षण तथा वैक्सीन के उपयोग से पूरी तरह से ख़त्म हो गया है|
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