आज हम जानेगे स्तन कैंसर के लक्षण के बारे में वैसे देखा जाये तो दक्षिणी दुनिया में स्तन कैंसर सामान्य है लेकिन अभी देखा गया है भारतीय स्त्रियों में जो सबसे ज्यादा दिखाई देने वाला कैंसर है वो है स्तन कैंसर और गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर यानिकि (Cervical cancer) जो की महिलाओ में बढ़ता ही जा रहा है |
स्तन कैंसर के कारण
स्तन कैंसर क्यों बढ़ता जा रहा है इसके बहुत सरे कारण है
- सबसे पहला है हमारी जीवनशैली में बदलाव आधुनिक युग में स्त्रियाँ ज्यादा मॉर्डन हो गयी है जिस वजह से रहन – सहन में बदलाव होता जा रहा है यह बदलाव कही बार शरीर सहन कर पता है और कही बार इसे नुकसान झेलना पड़ता है इसकी वजह से कैंसर के साथ – साथ कही बीमारिया का खतरा बढ़ जाता है |
- उच्च जोखिम हो सकते है वो है की पहला महिला होना, पुरुष की तुलना में महिलाओ को स्तन कैंसर बहुत ज्यादा होता है |
- जब हमारी उम्र ज्यादा रहती है तो भी स्तन कैंसर का खतरा अधिक हो जाता है |
- बच्चो की संख्या पर भी निर्भर करता है जितने बच्चो की संख्या कम होती है या बच्चे नहीं होते है ऐसे में भी कैंसर का खतरा अधिक रहता है |
- वर्तमान समय में महिलाए काम करने लगी है और उसके साथ उनकी शादी की उम्र भी बढ़ जाती है इस वजह से बच्चे भी देरी से होते है ऐसे में स्तन कैंसर का खतरा उच्च रहता है |
- आजकल यह भी देखा गया है की महिलाए बच्चे को जन्म तो देती है लेकिन स्तनपान कम कराती या कराती ही नहीं है इस कारण से भी कैंसर का खतरा बढ़ता जा रहा है |
- एक कारण यह भी देखा गया है आज कल ज्यादा तला गला और बहार का खाना , पैकेट का खाना , जंक फ़ूड ज्यादा मत्रा में खाया जाता है जिसकी वजह से स्तन कैंसर के साथ – साथ दूसरी बीमारियों का भी खतरा बढ़ता जा रहा है |
- हम योग, प्राणायाम नहीं करते देरी से सोना और दोपहर तक उठना यह भी ब्रैस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाता है |
- जो चीजे हम नहीं बदल सकते वो है जेनेटिक फेक्टर हमारे जींस के जरिये भी कैंसर का खतरा बढ़ता है कुछ ऐसे जींस होते है जो हमारे शरीर में रहते है परिवार से आते है वैसे देखा जाये तो माँ , बहन , मासी या मामा की तरफ किसी में भी स्तन कैंसर हो तो जोखिम अधिक रहता है आईये जानते है स्तन कैंसर के लक्षण शुरुवाती लक्षण
स्तन कैंसर के लक्षण शुरुवाती लक्षण
- जब स्तन कैंसर की शुरुवात होती है तो वास्तव में हमे कुछ भी महसूस नहीं होता यानिकि कोई भी लक्षण नहीं दिखाई देते जब तक लक्षण दिखाई देते है तब तक स्तन कैंसर अगली स्टेज पर यानिकि स्टेज 2,3 पर पहुंच जाता है |
- लेकिन जो हमारा स्तन कैंसर होता है उसमे स्तन में गठान या गाठ होना यह कैंसर का पहला लक्षण हो सकता है और गाठ कठोर होती है इसमें शुरुवात में दर्द भी नहीं होता है इसलिए ज्यादातर महिलाए इसे नजरअंदाज कर देती है |
- कभी – कभी स्तन में सफ़ेद डिस्चार्ज आना शुरू हो जाता है यह डिस्चार्ज कभी सफ़ेद होता है कभी लाल होता है कभी हरा रहता है जब इस तरह का डिस्चार्ज हमारे निप्पल से निकलता है तो भी हमे जागरूक रहना चाहिए |लावा भी कही लक्षण होते है जैसे –
- त्वचा का मोटा होना
- त्वचा पर गड्ढे पड़ना
- निप्पल के आस – पास पपड़ी पड़ना
- निप्पल से डिस्चार्ज होना
- दर्द महसूस होना
- दस हुए निप्पल
- नसों का बढ़ना
- फूलना
- अल्सर या दाने होना
- त्वचा पर गड्ढे होने
- आकार में बा दलाव होना
- स्तन के आस – पास गाठ महसूस होना -ध्यान दे स्तन कैंसर के लक्षण पर
ध्यान दे
- जब कैंसर जल्द पकड़ आ जाता है तो उसका इलाज पूरा हो जाता है लेकिन यह पकड़ने में थोड़ी देरी हो गयी तो यह जानलेवा हो सकता है
- इसीलिए हमें बहुत ही सतर्क रहना है जागरूक रहना है
- और हमें हर महीने खुद की examination करनी है जिह हम बोलते self Breast examination जब हमारा मासिक चक्र ख़तम हो जाता है उस दिन Breast Examination सबसे सही दिन रहता है शीशे के सामने खड़े हो कर दोनों स्तन का आकार देखना है की हमारे स्तन में गठान तो नहीं अगर हमें ब्रैस्ट में थोड़ा भी बदलाव लगता है आकार में अंत गठान या डिस्चार्ज कलर बदल आदि तो हमें तुरंत डॉक्टर के पास जाना है
- जब आपकी उम्र 40 से कम रहेगी तो डॉक्टर आपको सोनोग्राफी करने को कहेंगे और सोनोग्राफी में पता चलता की ब्रैस्ट में गाठ तो नहीं है
- जब आपकी उम्र 40 से अधिक रहती है तो डॉक्टर आपको मेमोग्राफी करने का बोलेंगे और मैगोग्राफी में भी गाठ का पता चलता है
- 40 के बाद हमें हर साल मेमोग्राफी करवानी है इससे कैंसर की पकड़ हो जाती है और समय पर इलाज हो जाता है
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