Depression Meaning In Hindi
Depression Meaning In Hindi- डिप्रेशन एक बहुत ही सामान्य बीमारी है यह किसी भी व्यक्ति में देखि जा सकती है जरूरत से ज्यादा जब व्यक्ति छोटी – छोटी बातों को मन पर लेने लग जाता है बे मतलब की बातों पर विचार करने लग जाता है उसकी यही सोचते रहने की आदत डेप्रेशन का रूप ले लेती है अत्यधिक नकारात्मक विचार दिमाग में चलने की वजह से आत्मविश्वास खोने लगता है मन हमेशा उदास रहता है इसी स्थिति को डेप्रेशन कहते है इस आर्टिकल में हम जानेगे Depression Meaning In Hindi
Depression के लक्षण
- मन का उदास रहना – हर परिस्थिति में मन उदास रहता है कुछ अच्छा होने पर भी मन उदास रहता है |
- दिलचस्पी न रहना – डेप्रेशन में मरीज का हर चीज में दिलचस्पी कम होती जाती है या खतम हो जाती है कोई भी चीज करने की इक्छा नहीं होती है न स्कूल जाने की न कॉलेज जाने की न गेम खेलने की या अन्य चीजे किसी भी चीज में मन नहीं लगता है |
- नकारात्मक विचार आना – डेप्रेशन वाले मरीज के मन में काफी नकारात्मक विचार आते रहते है की मुझमे कोई योग्यता नहीं है में किसी काम का नहीं हु भविष्य के विचार आते रहते है की आगे कुछ गलत न हो जाये आदि |
- कमजोरी – मरीज हमेशा कमजोरी महसूस करता है हमेशा थकान रहती है कहि बार तो मरीज बेड से निचे पैर रखने की हिम्मत नहीं कर पाता है जैसे सारी ऊर्जा खतम हो गयी हो |
- ग्लानि – डेप्रेशन वाले मरीज खुद में बहुत ग्लानि महसूस करते है अपने आप को हर गलत परिस्थति का जिम्मेदार मान लेते है खुद को कोश्ते रहते है और नकारात्मक भावना उभरने लगती है |
- ध्यान न दे पाना – अगर आप एक विद्यार्थी है तो आपका पढाई में मन नहीं लगेगा और ना ही मनोरंजन की चीजों में मन लगता है डेप्रेशन वाले मरीज के मन में हर समय विचार चलते रहते है कभी बहुत ज्यादा भावनात्मक विचार चलते है तो कभी बहुत ज्यादा नकारात्मक विचार चलते रहते है डेप्रेशन वाला मरीज कभी छोटी सी बात पर बहुत अधिक खुस हो जाता है तो कभी छोटी सी बात पर ही अत्यधिक दुखी हो जाता है |
- भूख न लगना – आमतौर पर भूख कम हो जाती है और उसकी वजह से वजन भी कम होने लगता है लेकिन कुछ मामलो में भूख बड़ भी सकती है और भूख बढ़ने की वजह से उनका वजन भी बड़ सकता है |
- नींद न आना – नींद की समस्या बहुत ही सामान्य पायी जाती है डेप्रेशन में आमतौर पर नींद कम हो जाती है |
डेप्रेशन क्यों होता है
- ऐसा जरुरी नहीं है की कोई घटना व्यक्ति के साथ हो तभी व्यक्ति को डेप्रेशन होता है |
- छोटी – छोटी बातों पर अत्यधिक विचार करने की वजह से भी डेप्रेशन होता है |
- कोई दिक्क्त न होने पर भी डेप्रेशन के लक्षण आ सकते है |
- बिना किसी वजह से भी डेप्रेशन हो सकता है |
यह एक बीमारी है जो दो तरिके से हो सकती है |
- कुछ बायलोजिकल बीमारी होती है |
- और कुछ साइक्लोजिकल बीमारी होती है |
बायलोजिकल बीमारी मतलब आपके दिमाग के अंदर कुछ बदलाव हो रहे है खास करके दिमाग के अंदर कुछ केमिकल बदलाव हो रहे है जिसकी वजह से यह दिक्क्त आती है यह तीन केमिकल होते है जैसे – Serotonin , Norepinephrine, and Dopamine Abnormalities इन तीन केमिकल की यदि कमी अति है तो डेप्रेशन के लक्षण आ सकते है |
इसके आलावा जो साइक्लोजिकल बीमारी में पाया जाता है की अगर जीवन में कुछ गड़बड़ हुआ या विपरीत परिस्थतिया आयी तो उसके बाद जीवन में नकारात्मक विचारो का चक्र सा चलता रहता है और यह नकारात्मक विचार आपके डेप्रेशन के लक्षण बढ़ाने लगता है डेप्रेशन के दौरान हर चीज में नकारात्मक दीखता है या फिर नकारात्मक महसूस होता है मान लीजिये व्यक्ति साधारण सा काम कर रहा है पढ़ा रहा है और उसको कोई चीज समझ नहीं आयी तो उसके मन में पहला विचार जो आता है की मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा है में कुछ नहीं कर पाउँगा में बेकार हु ऐसे विचार आते है |
इलाज
- व्यायाम – नियमित व्यायाम आपके मूड को बेहतर बना सकता है |
- ध्यान और योग – ध्यान और योग तनाव कम करने और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक को सकते है
- समर्थन – परिवार और दोस्तों से बात करना उनकी सहायता लेना महत्वपूर्ण को सकता है|
- स्वास्थकर भोजन – संतुलन आहार जिसमे फल सब्जियां , और प्रोटीन शामिल हो मानसिक स्वास्थय के लिए महत्वपूर्ण होता है |
- नींद – पर्याप्त और अच्छी गुणवत्ता की नींद लेना महत्वपूर्ण है |
ये उपाय आपको राहत दे सकते है लेकिन यदि आपकी स्थति गंभीर है तो एक डॉक्टर या मानसिक स्वास्थ्य विशेष्ज्ञ से परामर्श करना बहुत महत्वपूर्ण है |
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