Eye Flu Kaise Hota Hai

Eye Flu Kaise Hota Hai- Eye Flu को वायरल  conjunctivitis भी कहते है कुछ लोग पिक आय भी कहते है क्योकि इसमें आँख काफी लाल हो जाती है कुछ लोग इसको आँख  में दुखनि आना या आँख आना भी कहते है इस तरह के नाम से जाना जाता है वायरल फ्लू या आई  फ्लू कोई नयी बीमारी नहीं है हर साल यह बारिशों के मौसम में होता है आई फ्लू को  समझना इसलिए जरुरी है क्योकि यह बीमारी बहुत जल्द हो जाती है एक व्यक्ति से  दूसरे व्यक्ति तक फैलती है तो इसलिए हमें इसमें ज्यादा सावधानी बरतना जरुरी है आईये जानते है Eye Flu Kaise Hota Hai

Eye Flu

Eye Flu Kaise Hota hai ( ऑय फ्लू कैसे होता है )

ऑय फ्लू इसलिए होता है क्योकि बारिश के मौसम में ह्यूमिडिटी काफी बढ़ जाती है इससे वायरस को फैलने का मौका मिलता है नमि होने की वजह से इन्फेक्शन लम्बे समय तक रहता है हमे बार बार पसीना आता है इस वजह से हम अपने चेहरे को पोछते रहते है और जब हम अपने चेहरे को पोछेगे तो वाजिब सी बात है आँखो को भी रगड़ेगे और इसी वजह से ऑय फ्लू होने का खतरा बढ़ता है किसी को ऑय फ्लू है कैसे पता करेंगे उसके कुछ लक्षण होते है अगले टॉपिक में जानेगे |

Eye Flu symptom- (आई फ्लू के लक्षण )-

आई फ्लू एक वाइरल इंफेक्शन  है जो आखो के आगे पतली ज़िल्ली conjunctivitis  उसको  प्रभावित  करती है 

  • आखो का लाल होना|
  • आखो से पानी आना |
  • आखो में चुभन  |
  • आँखों में जलन होना |
  • आँखों में खुजली होना |
  • आँखों के अंदर या पलकों में सूजन आना |
  • आँखों में तेज दर्द होना |
  • पलकों में चिपचिपाहर आना |

आँखों में पीला या सफ़ेद डिचार्ज आना यह सब आई फ्लू के लक्षण है यदि यह सब आपके साथ भी होता है तो अतिशीघ्र नेत्र विशेषज्ञ से अपनी जांच कराये और उनके द्वारा बताई  गई दवाइयों का ही प्रयोग करे आईये जानते है Eye Flu Kaise Hota है इसका इलाज 

Treatment-( इलाज)

अक्सर मरीज यह लक्षण अपने अंदर देख कर मेडिकल से दवाई ले लेता है या फिर घरेलू उपचार करने लगते है जो की आँखों के लिए खतरा साबित हो सकता है आई फ्लू के लक्षण यदि खुद में दिखे जो की हमने बताये है तो तुरंत आँखों के डॉक्टर से परामर्श करे  और कुछ  दवाई हम आपको बता रहे है लेकिन ये दवाई अपने डॉक्टर को दिखा कर ही इसका प्रयोग करे यह दवाई है  (TIZY EYE DROPS) इसको  चार से पांच बार बोलते है डालने के लिए साथ ही साथ (ANTIBIOTIC   OILDROPS) भी देते है अक्सर मरीज के मन में यह बात आती है की डॉक्टर यह वायरल बीमारी है इसमें आप एंटीबायोटिक या बैक्टीरिया वाली दवाई क्यों दे रहे है तो इसमें हमें यह समझाना है की जब भी हमें यह आखो में वायरल इंफेक्शन होता है तो आँखो की इम्युनिटी काम हो जाती है और आँखो में दूसरे इन्फेक्शन लगने का चांस बढ़ जाता है हम आपको एंटीबायोटिक ड्राप इसलिए बता रहे है की इसमें दूसरे इन्फेक्शन ना बड़े साथ ही साथ ( VASOCONSTRICTOR  ETE DROP MEZOI ) भी देते है साथ में आपको को काला चश्मा पहनने का उदेश्य यह है की आपका हाथ आँखों पर टच ना हो साथ ही साथ धुप या लाइट से आपकी आँखों को जो चुभन मासूस होती है वो ना हो उसे भी बचते रहिये अक्सर मरीज के मन में यह बात आती है की हम को यह आई इन्फेक्शन हुआ है और हम किसी दूसरे व्यक्ति की आँखों में देखते है तो क्या उसे भी यह इन्फेक्शन होता है तो ऐसा बिकुल नहीं है  यह गलत फेमि है आँखों का इन्फेक्शन जब होता है तब कोई इन्फेक्शन वाला व्यक्ति अपनी आखों को छू कर उन्ही हाथ से  चीजों को छूता है तो आई फ्लू के कीटाणु उन चीजों पर लग जाते है उसे जगह अन्य व्यक्ति के हाथ रख देने से उसे भी यह इन्फेक्शन हो जाता है तो एक तरह से यह इन्फेक्शन कोरोना जैसा है जैसे हम कोरोना में कहते थे की नाक और मुँह को मत छुओ और आई फ्लू के इन्फेक्शन में हम बोलते है की आँखो को मत टच करो और आखो को साफ रखना चाहिए 

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