Raat Ko Neend Na Aana
आधुनिक जीवन की इस भाग दौड़ में नींद न आने की समस्या हर तीसरे व्यक्ति में देखने को मिलती है अगर आपको भी नींद ठीक से नहीं आती है और आप अभी तक नजर अंदाज करते आये है तो जान लीजिये इसका इतना गहरा असर शरीर और स्वस्थ पर पड़ेगा की आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते पूरी दुनिया की 10 से 20 प्रतिशत जन संख्या ऐसी हे जो नींद ना आने की समस्या से झुंझ रहे हे अगर हम बात करे प्रोड अवस्था की तो 30 से 40 प्रतिशत जन संख्या इन्सोमिनिया का शिकार है अब हम जानेगे Raat Ko Neend Na Aana की समस्या
नींद न आना क्या है ( What is Insomnia )
अगर आप सही मायने जानना चाहते है की नींद न आना क्या है तो इसके लिए यह जरुरी है की आप इसके प्रकार को समझे यदि आप इसके प्रकारो को सही मायने में समझोगे तभी आप इसके कारण को समझ पाएंगे और उन कारणो का निवारण आप कर पाएंगे |
प्रकार ( types)
- सबसे पहला प्रकार नींद न आने का जो होता है वो ( On Set Sleep Insomnia ) – यानि ऐसी समस्या जहा आप सोने के लिए लेटते है तो आप को बहुत देर तक नींद नहीं आती है |
- दूसरा प्रकार होता है ( Sleep Maintenance Insomnia) – यानि ऐसी स्थति जहा आप सो तो जाते है लेकिन साथ में बिच बिच में आँख खुलती रहती है और इसी वजह से पूरी नींद नहीं आती और जब आप सुबह उठते है तो थका थका महसूस होता है और ऐसा लगता है की आपकी नींद पूरी हुई ही नहीं है |
- (Early Morning Awakening Insomnia ) – ऐसी समस्या जहा आप रात को सो तो जाते है लेकिन सुबह बहुत जल्दी आपकी आँख खुल जाती है इसके बाद आपको दुबारा नींद नहीं आती और इस वजह से आपकी नींद पूरी नहीं हो पति और दिन में जब आप जागते हो तो थकान महसूस होती है और आपकी शरीरिक अवं मानसिक गतिविधियों पर असर पड़ता है और जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है यह तीनो ही प्रकार की इन्सोमिनिया ज्यादा तर देखने को मिलती है जो की आज कल बहुत ही सामान्य लोगों में देखि जा सकती है |
- ओन सेट स्लीप इंसोम्निया सबसे कॉमन समस्या है जो की आपके शरीर के अंदर मौजूद The Circadian रिकी यदि साइकिल का असंतुलन होना सिरकाडियन साइकिल एक तरह का आलार्म घडी है जो की हमारे शरीर के अंदर स्थित रहती है जो की हमें खास समय में उठने के लिए प्रेरित करते है और खास समय पर उठा देती है आपने देखा होगा की यदि आप जल्दी सोने की आदत डाल ले या जल्दी उठने की आदत डाल ले तो कुछ समय बाद आपको अपने आप उसी समय पर सोने जागने लग जायेंगे ऐसा आपके साथ Circadian cycle की वजह से होता है जो असंतुलन होने की वजह से आपके अंदर ऑन सेट इंसोनोमिया आता है
उपचार –
- इसके लिए आप आयुर्वेद का सहारा ले सकते है आयुर्वेद में बोहोत सी जड़ी बूटी होती है जो आपको नींद संतुलित करने में मदत करती है |
- बहुत से लोग पूछते है की कौन सी दवाई का इस्तेमाल करे तो हम आपको बताते है (MAHARISHI AYURVEDA BLISSFUL SLEEP) का उपयोग कर सकते है (BLISSFUL SLEEP ) कोई नींद की दवाई नहीं यह एक आयुर्वेदिक फार्मूला है जो तनाव और चिंता को कम करता है जो की प्राकृतिक रूप से सोने में मदत करती है और इसकी आपको आदत भी नहीं लगेगी |
- इसी के साथ अपनी आदतों को सुधारना और अपनी दिनचर्या में बदलाव लाना सही समय सोना और सही समय पर उठाना और पौष्टिक आहार लेना |
- और अपने सोने का समय एक दम फिक्स कर लीजिये साथ ही योग प्राणायाम एक्सरसाइस भी आपकी को नींद संतुलित करने में मदत करेगी |
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