इस आर्टिकल हम जानेगे Breast Cancer Kaise Hota Hai स्तन कैंसर महिलाओ में पाया जाता है , लेकिन यह पुरुषो में भी हो सकता है जब स्तन की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है तो ये कोशिकाएं अक्सर ट्यूमर का रूप ले लेती है जो घातक हो सकता है और शरीर के अन्य हिस्सों में भी फेल सकती है |
Breast Cancer Kaise Hota Hai?(स्तन कैंसर कैसे होता है?)
स्तन कैंसर के क्या कारण हो सकते है?
- हमारे स्तन की कोशिकाएं जब बढ़ाना शुरू हो जाती है और उनके बढ़ने पर कोई नियंत्रण नहीं होता है और यह ट्यूमर का रूप ले लेती है तब यह स्तन कैंसर का कारण बन जाता है|
- जेनेटिक कैंसर – आपके परिवार में आपकी मम्मी , नानी या बहन को है या पापा की तरफ से किसीको हो तो हो सकता है की आपको कैंसर हो पर ऐसा बोहोत कम मामलो में देखा गया है जेनेटिक मामले 5 से 10% ही देखे गए है |
- हार्मोनल कारण – एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के उच्च स्तर के कारण भी स्तन कैंसर का हो सकता है |
- जीवन शैली – बहार के खरब खान- पान और नशे का सेवन ,असमय जगना असमय सोना शरीर पर ध्यान न दे पाना भी कैंसर का कारण हो सकता है |
- देर से शादी – आज कल अपने करियर को जमाने के चक्कर में और फैशन में रहने की वजह से लड़किया अधिक उम्र में शादी करती है और बच्चे भी देरी से करती है जिससे स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है |
स्तन कैंसर के लक्षण
- गाठ या सूजन – स्तन में या स्तन के बगल में गाठ या सूजन का होना |
- निप्पल में बदलाव – निप्पल का अंदर की और खींचना या उसमे दर्द होना |
- त्वचा में परिवर्तन – स्तन की त्वचा का लाल होना , गाढ़ा होना या ओरेंज पिल की तरह दिखना |
- आकार में बदलाव – स्तन के आकर में अचनक बदलाव |
स्तन कैंसर के निदान
- मेमोग्राफी – यह विशेष तरह का एक्स – रे होता है जो स्तन की अंदरूनी संरचना को दिखता है |
- अल्ट्रासॉउन्ड – यह साउंड वेव्स का उपयोग कर स्तन के अंदर की तस्वीरें लेने में मदत करता है|
- एमआरआई- यह मेग्नेटिक वेव्स का उपयोग करके विस्तृत छवियाँ बनता है |
- बायोप्सी- इसमें एक छोटी सी सुई से स्तन के टिशू का नमूना लिया जाता है और उसे लैब में जच्चा जाता है|
स्तन कैंसर के उपचार
स्तन कैंसर का उपचार कई कारको पर निर्भर करता है जिसमे कैंसर का प्रकार , उसकी अवस्था , और मरीज का स्वास्थ शामिल है |
- सर्जरी – इसमें ट्यूमर और आस – पास के प्रभावित टिशू को हटाया जाता है कुछ मामलो में पूरा स्तन भी हटाया जा सकता है |
- कीमोथेरेपी – इसमें दवाओं का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को मारने या उनके विकास को रोकने का प्रयास किया जाता है |
- रेडिएशन थेरेपी – इसमें उच्च – ऊर्जा किरणों का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं का इलाज किया जा सकता है |
- हार्मोन थेरेपी – इसमें हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करके कोशिकाओं के विकास को रोका जा सकता है |
- टारगेट थेरेपी – इसमें कैंसर कोशिकाओं के विशिष्ट मॉलिक्यूल्स को टारगेट किया जाता है ताकि उन्हें नष्ट किया जा सके |
रोकथाम
हलाकि स्तन कैंसर को पूरी तरह से रोकना सम्भव नहीं है लेकिन कुछ उपाय इसके जोखिम को कम कर सकता है |
- नियमित जांच – मोनोग्राफी और स्व – जांच से शुरुवाती अवस्था में कैंसर का पता लगाया जा सकता है |
- स्वास्थवर्धक जीवनशैली – संतुलित आहार , नियमित व्यायाम , और शराब के सिमित सेवन करना |
- हार्मोनल उपचार से बचाव – डॉक्टर की सलाह के बिना हार्मोनल थेरेपी न ले |
- पारिवारिक इतिहास की जानकारी – अगर परिवार में स्तन कैंसर है तो डॉक्टर से सलाह ले और आवश्य जांच कराये |
स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समय पर निदान और उपचार करवाना इसके उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है | नियमित जांच और स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर स्तन कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है |
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